सूखा गुलाब सिर्फ मुरझाया हुआ फूल नहीं होता, बल्कि वो यादों, जज़्बातों और अधूरी मोहब्बत का गवाह होता है। वो गुलाब जो कभी महका था, अब सूख कर भी जज़्बातों को ज़िंदा रखता है। इस ब्लॉग में हम आपके लिए लाए हैं Sukhe Gulab Shayari का खूबसूरत और भावुक संग्रह – जो टूटे रिश्तों, बीते लम्हों और सच्चे अहसासों को बयां करता है।
सूखे गुलाब की अधूरी मोहब्बत
वो गुलाब अब भी किताब में रखा है,
जो तूने कभी प्यार से दिया था।
महक नहीं रही उसकी,
पर तेरी यादें अब भी ज़िंदा हैं उसमें।
तेरे दिए उस गुलाब को अब बरसों हो गए,
ना तू लौटा, ना वो खुशबू।
मगर दिल अब भी हर पन्ने पर तेरी तलाश करता है।
यादों में बसा सूखा गुलाब
सूखा गुलाब आज भी वही एहसास जगा देता है,
तेरी मुस्कान और हमारा पहला मिलना याद आ जाता है।
वो सूखा गुलाब जब हाथ में आता है,
तो वक्त रुक जाता है,
और दिल कहता है – वो लम्हा फिर से जी लूं।
मोहब्बत और मुरझाया हुआ फूल
गुलाब मुरझा गया, पर इश्क़ नहीं,
तेरे नाम की खुशबू अब भी उसमें कहीं है।
कितना अजीब है ये सूखा गुलाब,
ना ताज़ा है, ना खुशबूदार,
फिर भी सबसे ज़्यादा प्यारा लगता है।
दो लाइन Sukhe Gulab Shayari
किताबों में रखा गुलाब सूख गया,
पर उसका एहसास आज भी महकता है।
सूखा है मगर बेकार नहीं,
उस गुलाब में तेरी मोहब्बत की कहानी है कहीं।
गुलाब अब मुरझा गया है,
पर तेरे प्यार की पहचान बन गया है।
हर पन्ने पर वो गुलाब कहता है –
इश्क़ अगर सच्चा हो, तो फूल भी अमर रहता है।
सूखे फूल की जुबां से
कह दो उस गुलाब से,
जो तेरी किताब में सिमटा पड़ा है –
तू भले ही मुरझा गया हो,
पर तेरा इश्क़ अब भी ताज़ा है।
वो जो सूखा गुलाब है,
उसमें सिर्फ़ तेरी याद नहीं,
बल्कि मेरे टूटे हुए ख्वाब भी हैं।
उदासी और गुलाब
हर बार जब उस सूखे गुलाब को देखता हूं,
तो तेरे जाने का ग़म फिर से ताज़ा हो जाता है।
मोहब्बत अगर सिर्फ ताज़गी पर होती,
तो सूखा गुलाब इतने सालों तक ना संभाल कर रखता।
निष्कर्ष
सूखे गुलाब सिर्फ एक फूल नहीं, एक फीलिंग है। वो उन लम्हों की निशानी होता है, जो कभी बहुत प्यारे थे और आज यादों में बस गए हैं। इन Sukhe Gulab Shayari को पढ़कर अगर आपकी भी कोई यादें ताज़ा हुई हों, तो इन्हें अपने दिल के किसी खास को जरूर भेजिए।